tag:blogger.com,1999:blog-163394964992398375.post4313174476992167783..comments2023-10-21T20:39:48.010+05:30Comments on महफ़िल-ए-नाशाद: नरेश चन्द्र बोहराhttp://www.blogger.com/profile/02704671927129198311noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-163394964992398375.post-60628780541976738962010-04-07T17:43:33.685+05:302010-04-07T17:43:33.685+05:30मुझे याद आया. मेरे कॉलेज के ज़माने में हमारे एक दोस...मुझे याद आया. मेरे कॉलेज के ज़माने में हमारे एक दोस्त के साथ लगभग ऐसा ही वाकया हुआ था. मुझे एक बार ऐसा लगाजैसे मैं उसी लड़के की आपबीती पढ़ रहा हूँ. दिल को छु लेने वाले शब्द हैं. बड़ी अच्छी नज़्म है.<br />कहती है मेरी सब सहेलीयां<br />वो मुझसे प्यार करता थाUnknownhttps://www.blogger.com/profile/12452849453391502819noreply@blogger.com