
बहार थी; फूल थे, महक थी
तुम ना थे
गलीयाँ थी; मोड़ थे , इंतज़ार था
तुम ना थे
शाम थी ; यादें थी , तनहाइयाँ थी
तुम ना थे
महफ़िल थी ; किस्से थे , ज़िक्र था
तुम ना थे
जुदाई थी ; तड़प थी , दुआएं थीं
तुम ना थे
ख़याल थे ; नींद थी , ख्वाब थे
तुम ना थे
राहें थी ; राही थे , मंजिलें थी
तुम ना थे
दिल था ; आरज़ू थी , उम्मीद थी
तुम ना थे
शेर थे ; ग़ज़ल थी , नाशाद था
तुम ना थे
बस सिर्फ तुम ना थे