मैं जैसे महक गया हूँ
तेरी आँखों में
तेरी मुस्कानों में
मैं जैसे खो गया हूँ
तेरी जुल्फों में
तेरी बातों में
मैं जैसे उलझ गया हूँ
तेरे वादों से
तेरे ईरादों से
मैं जैसे बहक गया हूँ
तेरी गलीयों में
तेरी महफिलों में
मैं जैसे भटक गया हूँ
तेरी तस्वीर से
तेरी याद से
मैं जैसे महक गया हूँ
मैं जैसे महक गया हूँ
शुक्रवार, 9 जुलाई 2010
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