तेरी ज़ुल्फें
बन कर घटाएं कभी बरसती हैं
बन कर हवाएं कभी लहराती हैं
तेरी ज़ुल्फें
बन कर नागिन कभी डसती हैं
बन कर खुशबु कभी महकती है
तेरी ज़ुल्फें
बन कर नशा ये मदहोश कर देती हैं
बन कर साया ये आगोश में लेती हैं
तेरी ज़ुल्फें
बन कर तूफां ये दिल को हिला देती हैं
बन कर अदा ये ईमां डगमगा देती हैं
तेरी ज़ुल्फें
बिखर कर गालों पर कातिल बन जाती हैं
लहरा कर कांधों पर घायल कर देती हैं
तेरी ज़ुल्फें
सोमवार, 5 जुलाई 2010
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